साउथ अफ्रीका टीम के पूर्व खिलाड़ी मिकी आर्थर अब श्रीलंका क्रिकेट टीम के मुख्य कोच बनने जा रहे हैं। आर्थर इससे पहले साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान टीम के लिए मुख्य कोच की भूमिका को निभा चुके हैं, जो अब श्रीलंकन क्रिकेट टीम के लिए अगले 2 साल तक इस भूमिका को निभाने जा रहे हैं। इसके अलावा श्रीलंका टीम में और भी पदों पर नये कोचों को नियुक्त किया गया है।
मिकी आर्थर जहां टीम के मुख्य कोच का पद संभालेंगे तो वहीं जिम्बाब्वे टीम के पूर्व खिलाड़ी ग्रांट फ्लावर बल्लेबाज़ी कोच की भूमिका में होंगे इसके अलावा शेन मैक्डरमोट को फील्डिंग कोच और डेविड सेकर को टीम का गेंदबाज़ी कोच नियुक्त किया गया है। फ्लावर और आर्थर इससे पहले भी एक साथ पाकिस्तान टीम के कोचिंग स्टॉफ में इसी पद पर काम कर चुके हैं और दोनों को विश्वकप 2019 के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हटा दिया था।
आर्थर के अलावा बाकी के सभी कोचों का कार्यकाल भी श्रीलंका क्रिकेट टीम के साथ 2 साल का होगा। श्रीलंका क्रिकेट के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफीसर एशले डी सिल्वा ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के साथ बातचीत करते हुए इस बात की जानकारी दी थी। इसके अलावा यह बात भी तय है, कि ग्रांट फ्लावर टीम के साथ पाकिस्तान दौरे पर होने वाले 2 टेस्ट मैचो की सीरीज़ में टीम के साथ नहीं होंगे क्योंकि उन्हें सिर्फ लिमिटेड ओवरो के लिए टीम का बैटिंग कोच नियुक्त किया गया है।
पाकिस्तान का दौरा मिकी आर्थर के लिए पहला इम्तिहान होगा
11 दिसंबर से श्रीलंका क्रिकेट टीम को पाकिस्तान के खिलाफ उसी के देश में 2 टेस्ट मैचो की सीरीज़ खेलनी है, जो मिकी आर्थर का टीम के मुख्य कोच के तौर पर पहला इम्तिहान होगा और श्रीलंका टीम को भी इससे लाभ होगा क्योंकि आर्थर को पाकिस्तान के हालात के बारे में काफी अच्छे से पता है, जिससे वह टीम के खिलाड़ियों को भी लाभ मिलेगा।
वहीं ग्रांट फ्लावर जो पहले बांग्लादेश प्रीमियर लीग में साल 2019-20 के एडीशन के लिए रंगपूर रैंजर्स के मुख्य कोच थे, उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद उनकी जगह पर फ्रेंचाइज़ी ने न्यूज़ीलैंड के मार्क ओ डोनेल को इस पद पर नियुक्त किया। इसके अलावा सेकर इससे पहले पिछले 10 सालों में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए गेंदबाज़ी कोच की भूमिका को निभा चुके हैं। आर्थर जो पिछले 8 साालों में श्रीलंका टीम के 11 मुख्य कोच होंगे उन्होंने अपने कोचिंग करियर में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं, जिसमें पाकिस्तान टीम के साथ उनके कार्यकाल में खास तौर पर देखने को मिला था।