भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इंडियन प्रीमियर लीग का 13 वां सीजन 29 मार्च से शुरु करने की जगह पर उसे 15 अप्रैल तक टालने का फैसला किया है। भारत सरकार की तरफ से कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लगाए गए कई प्रतिबंधो के कारण बीसीसीआई ने भी आईपीएल को आगे बढ़ाना ही अधिक बेहतर समझा।
आईपीएल चैयरमेन बृजेश पटेल ने 14 मार्च को सभी 8 फ्रेंचााइजियों से मुलाकात करने के बाद आईपीएल के 13 वें सीजन के भविष्य को लेकर चर्चा की जिसमें उन्होंने सभी हालातों पर गौर करते हुए उनके सामने इस सीजन को शुरु करने के लिए 5 विकल्प दिए जिसमेें 15 अप्रैल, 21 अप्रैल, 25 अप्रैल, 1 मई और 5 मई तक इसे शुरु कराया जा सकता है।
बाकी टी20 लीग्स के मुकाबले आईपीएल काफी बड़ी है, क्योंकि इसमें लगभग 60 मैच हर सीजन में खेले जाते हैं, जिनको कराने के लिए कम से कम 2 महिने का समय चाहिए होता है। लेकिन इस बार जिस तरह के हालातों का सामना करना पड़ रहा है, उसके बाद शायद आईपीएल का यह सीजन छोटा हो सकता है।
2 और विकल्प हैं आईपीएल को इस बार कराने के
वहीं यदि बाकी विकल्पों की तरफ गौर किया जाए तो इस बार मैचो की संख्या को कम किया जा सकता है, जिसमें जहां हर टीम को दूसरी टीम से 2 मैच खेलने होते थे, जिसमें एक वह अपने घर पर जबकि दूसरा विपक्षी टीम के घर पर खेलती थी, लेकिन शायद इस बार फार्मेट में हम थोड़ा बदलाव होते हुए देख सकते हैं।
एक फ्रेंचाइजी के मालिक ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि, साल 2009 में जब आईपीएल साउथ अफ्रीका में करवाया गया था, तो उस समय सिर्फ 37 दिनों में यह खत्म हो गया था, तो यदि हम 25 अप्रैल तक इस सीजन की शुरुआत कर लेते हैं, तो मई के आखिर तक सारे मैच हो जायेंगे। लेकिन यदि यह तारीख आगे बढ़ती है, तो फिर एक टीम को दूसरी टीम से सिर्फ एक मैच खेलने का ही मौका मिलेगा या फिर टीमों को 2 ग्रुप को बांट दिया जाएगा ताकि सीजन को जल्द ही खत्म भी किया जा सके।